देहरादून
अक्की ने अपने wallet से सारे पैसे निकाल कर उस के ऊपर फेंकते हुए कहा, “ ये लो अपनी रात की कीमत और दफा हो जाओ ।”
मिश्री उसे गुस्से में देख कर कुछ ऑल रही थी कि इतने में अक्की का फोन ring हुआ और वो call receive करके बात करते हुए बाहर चला गया । मिश्री अपने किये पर पछतावा करते हुए रोने लगी ।
दूसरी तरफ विक्की कमरे से बाहर आया तो उस के बगल वाले कमरे से एक लड़की निकली उसे देख कर विक्की की आँखें हैरानी से बड़ी हो गई ।
वो मुंह बनाते हुए बोला, “ये तो वही लड़की है । जिसे मैंने भाई के रूम में भेजने के लिए वर्मा को कहा था । ये यहाँ है तो फिर भाई के कमरे में कौन है । अब क्या करूंगा मैं । भाई को पता चल गया तो वो मुझे छोड़ेंगे नहीं ।”
दूसरी तरफ मिश्री ने अपने कपड़े पढ़ने और अक्की के पैसों को फाड़ते हुए गुस्से में बोली, “तुम जो भी हो । तुम ने बहुत बड़ी गलती की है । मेरे साथ ये सब करके तुम्हें इस की सजा जरूर मिलेगी ।”
कुछ घंटों बाद
अक्की विक्की के साथ अपने प्राइवेट plan में था । उस के चेहरे पर गुस्सा नजर आ रहा था ।
“सॉरी बरो मैं तो आप को इन्जॉय करते हुए देखना चाहता था । मुझे नहीं पता था कि आप को ये सब अच्छा नहीं लगेगा ।” ,विक्की ने कान पकड़ कर सॉरी मांगते हुए कहा ।
अक्की ने उसे collor से पकड़ कर warning देते हुए कहा, “ये तुम्हारी आखरी गलती होनी चाहिए । फिर से हमारे साथ खेलने की कोशिश की तो हम तुम्हारे साथ क्या करेंगे हम खुद भी नहीं बता सकते । आज तक हम ने किसी लकी को खुद को छूने नहीं दिया था । और हम किसी के साथ सो कर आए है तो सिर्फ और सिर्फ तुम्हारी वजह से । माफी नहीं देंगे अगर नेक्स्ट टाइम ऐसा हुआ तो दर्दनाक सजा मिलेगी ।”
विक्की बेचारा सा मुंह बनाते हुए बोला, “कभी भी ऐसी गलती नहीं करूंगा । इस बार माफ कर दो ।”
अक्की ने उस को छोड़ते हुए कहा, “अब दादू या घर में किसी को इस बारे में पता नहीं चलना चाहिए अगर पता चला तो हम से बुरा तुम्हारे लिए कोई नहीं होगा ।”
“ओके बरो !” ,विक्की ने डरते हुए गर्दन हिलाई । और मन में बोला, “अच्छा हुआ जो बरो को ये नहीं पता चला कि वो जिस लड़की के साथ सो कर आए है । she was not a call girl । अगर पता चल गया तो ये मुझे मार ही देंगे । मैं ये बात बरो को कभी पता नहीं चलने दूंगा । कभी नहीं ।”
“वैसे बरो हम इतनी जल्दी वापस लंदन क्यों जा रहे है?” ,विक्की ने हिचकिचाते हुए सवाल किया ।
अक्की ने जवाब देते हुए कहा, “क्यों कि दो दिन बाद दादू और नानू साहिल अंकल के साथ इंडिया आने वाले है । उन्हे यहाँ कुछ काम है । हमारी एक जरूरी मीटिंग है । इस लिए हमे वापस जाकर उसे संभालना है । रिक्की अकेले सब हैन्डल नहीं कर पाएगा ।”
उस की बात सुन विक्की चुप चाप बैठ गया । उन की फ्लाइट लंदन जा रही थी । रिक्की और विक्की जुड़वा भाई थे पर दोनों की शक्ल same नहीं थी । वो दोनों अक्की की बुआ कियारा और फूफा साहिल के बेटे थे ।
दूसरी तरफ मिश्री ने अपने साथ हुए हादसे के बारे में किसी को नहीं बताया था । वो चुप हो गई थी ।
दो दिन बाद
देहरादून का अनाथ आश्रम
65 साल के आस की उम्र के दो आदमी जो देखने में किसी अच्छे घराणे के मुखी लग रहे थे । उन के साथ एक अधेड़ उम्र का डीसन्ट लुक वाला आदमी था । वो तीनों इस आश्रम के caretaker के साथ गार्डन में घूम रहे थे ।
“तो ये है वो orphanage जहां पर किशमिश आप को पहली बार मिली थी सार्थक?” ,एक बाजुर्ग ने दूसरे से पूछा ।
“हाँ ! और अब अथर्व मैं यहाँ किशमिश की तरह एक बच्ची को गोद लेने आया हूँ । हमारे घर में सब लड़के है एक लड़की होगी तो अच्छा होगा ।” सार्थक ने जवाब देते हुए कहा ।
अधेड़ उम्र वाला आदमी बोला, “सार्थक अंकल बच्ची गोद लेने से अच्छा है ना हम अपने बेटों की शादी करवा दे । नेक्स्ट year तक हमारे घर में एक आधा बच्चा तो आ ही जाएगा ।”
“साहिल बच्ची का मतलब छोटी बच्ची नहीं । एक लड़की को गोद लेने की बात कर रहे है । अगर महादेव ने चाहा तो हो सकता है कि हमारे बेटों में से किसी के साथ उस की शादी करवा कर छोटी बच्ची भी हमे मिल जाए ।” सार्थक ने जवाब दिया ।
अथर्व ने सार्थक की बात काटते हुए कहा, “रिक्की के लिए तुम ये सब बोल रहे हो सार्थक तो ठीक है । क्यों कि अक्की और विक्की दोनों शादी के मामले में सीरीअस नहीं है । ये तो तुम जानते ही हो ।”“देखो देखो मिश्री । वो रहे orphanage के owner सार्थक सूर्यवंशी । वो आज खुद यहाँ आए है ।” ,सेकंड floor पर एक लड़की मिश्री को ये सब बोलते हुए खींच कर खिड़की के पास लेकर आई ।
1 Comments
Nice chapter ❤️❤️
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